ये बेचैनी, ,ये कशमकश
कुछ ख़ास हैं ,
इसमें तुमसे मिलने का अहसास हैं ,
लोग कहते है
इस खुशी का कुछ तो राज़ है ,
तुम्हारे साथ होने की आस ,
तुम्हारी मीठी सी बात ,
तुम्हारी प्यार भरी नज़रें ,
तुम्हारी चांदी सी मुस्कान ,
बस और कुछ नहीं हैं राज़ ।– हर्षिता
ये बेचैनी, ,ये कशमकश
कुछ ख़ास हैं ,
इसमें तुमसे मिलने का अहसास हैं ,
लोग कहते है
इस खुशी का कुछ तो राज़ है ,
तुम्हारे साथ होने की आस ,
तुम्हारी मीठी सी बात ,
तुम्हारी प्यार भरी नज़रें ,
तुम्हारी चांदी सी मुस्कान ,
बस और कुछ नहीं हैं राज़ ।– हर्षिता
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